वैश्विक ऊष्मन और कोमोडो ड्रैगन (Komodo Dragon) – करेंट अफेर्स

- पिछले सप्ताह इंटरनेशनल यूनियन फॉर कंजर्वेशन ऑफ नेचर (IUCN) ने कोमोडो ड्रैगन (वरनस कोमोडोएन्सिस) को आईयूसीएन रेड लिस्ट(IUCN Red List) में संवेदनशील से संकटापन्न श्रेणी में स्थानांतरित कर दिया।
- कोमोडो ड्रैगन इंडोनेशिया के लिए स्थानिक हैं। इन प्रजातियों को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से खतरा है और, आईयूसीएन के अनुसार, समुद्र के स्तर में वृद्धि से अगले 45 वर्षों में उनके आवास में कम से कम 30 फीसदी तक की कमी आ जाएगी।
- कोमोडो ड्रैगन की आधी से ज़्यादा आबादी संरक्षित क्षेत्रों के भीतर पायी जाती है और इस तरह से ये संरक्षित हैं। इन संरक्षित क्षेत्रों में सबसे अहम् है विश्व प्रसिद्द कोमोडो राष्ट्रीय पार्क।
- हालांकि पूर्वी इंडोनेशिया में स्थित फ्लोर्स द्वीप में इन्हे कम संरक्षण प्राप्त है। फ्लोर्स द्वीप कोमोडो राष्ट्रीय पार्क के समीप स्थित है। यहाँ पर बढ़ती इंसानी बस्ती ने इनके पर्यावासों में लगातार कमी की है।
- कई उष्णकटिबंधीय द्वीप स्थानिकों की तरह, बढ़ता वैश्विक तापमान या तो प्रत्यक्ष रूप से (जैसे दैनिक गतिविधि को कम करना) या परोक्ष रूप से (उदाहरण के लिए वनस्पति में परिवर्तन जो कोमोडो ड्रैगन शिकार को प्रभावित करते हैं) द्वीप पर कोमोडो ड्रैगन की आबादी को प्रभावित करते हैं।
- किसी समुद्री स्तर में वृद्धि से पूर्व ये संभावित प्रभाव निचले तटीय स्तर पर बाढ़ ला सकते हैं जहां इन प्रजातियों को अपना आवास बनाने में सबसे ज़्यादा सुविधा होती है।
- अधिकांश प्रजातियों के विपरीत, कोमोडो ड्रेगन को एक सदी से अधिक समय से अनौपचारिक और औपचारिक सुरक्षा प्रदान की गई है।
- सबसे महत्वपूर्ण और सफल पहल साल 1980 में इंडोनेशियाई सरकार द्वारा की गयी जब सरकार द्वारा कोमोडो नेशनल पार्क (अब एक विश्व विरासत क्षेत्र) की स्थापना की गयी ।
- इस राष्ट्रीय उद्यान ने निर्विवाद रूप से इस प्रजाति को समकालीन और उम्मीद के मुताबिक भविष्य के वैश्विक परिवर्तन से बचाते हुए एक अत्यंत महत्वपूर्ण शरणस्थली प्रदान की है ।
- भविष्य की सबसे महत्वपूर्ण संरक्षण पहलों में यह सुनिश्चित करना शामिल हो सकता है कि वर्तमान संरक्षित क्षेत्र नेटवर्क अच्छी तरह से बनाए रखा जाए।
- दूसरा, संरक्षित क्षेत्रों को किसी भी शेष असुरक्षित जलवायु-लचीले आवासों में विस्तारित करने से कोमोडो ड्रेगन को भी लाभ हो सकता है।
- इस दूसरी पहल के लिए भविष्य के संरक्षित क्षेत्रों में स्थायी गरीबी उन्मूलन और सामुदायिक संरक्षण पहल में एक अच्छे खासे निवेश की आवश्यकता होगी ताकि स्थानीय समुदायों पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े और इस संरक्षण कार्रवाई की सफलता को बढ़ावा मिले।