क्या है मूनलाइटिंग (What is Moonlighting)


क्या है मूनलाइटिंग (What is Moonlighting)

क्या है मूनलाइटिंग (What is Moonlighting)

चर्चा मे क्यों :

  • सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी विप्रो लिमिटेड (Wipro Limited) ने हाल ही में अपने 300 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है
  • इन कर्मचारियों पर एक साथ दो जगह काम करने का आरोप था
  • एक साथ दो संस्थाओं मे काम करने को ‘मूनलाइटिंग’ के नाम से जाना जाता है ।

मूनलाइटिंग क्या है?

  • मूनलाइटिंग का इस्तेमाल किसी व्यक्ति द्वारा अपनी पूर्णकालिक नौकरी के अलावा दूसरी नौकरी या कई अन्य काम करने के लिए किया जाता है।
  • एक प्राथमिक कार्यस्थल के लिए प्रतिबद्ध रहते हुए कई संगठनों के लिए काम करने की प्रथा नियोक्ता की जानकारी के बिना हो रही है।
  • आईटी उद्योग में मूनलाइटिंग काफी लोकप्रिय हो गई है क्योंकि COVID-19 महामारी के दौरान घर से काम करना एक आदर्श व्यवस्था बन गई है।
  • कंपनियों ने इसका विरोध किया है क्योंकि इससे कर्मचारियों की उत्पादकता प्रभावित हो सकती है।
  • इंफोसिस जैसी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को इस प्रथा के खिलाफ चेतावनी दी है।
  • ऐसा माना जाता है कि अगर कर्मचारी कई प्रतिद्वंद्वी कंपनियों के साथ काम कर रहा है तो मूनलाइटिंग हितों के टकराव का कारण बन सकती है।
  • यह गैर-प्रकटीकरण, डेटा के उल्लंघन या गोपनीयता से संबंधित नैतिक मुद्दे भी पैदा कर सकता है।
  • इस बात की भी चिंता है कि कर्मचारी सीधे ग्राहकों के साथ काम करेंगे और संगठनों के मुनाफे को काफी कम कर देंगे।
  • मूनलाइटिंग कोई नई अवधारणा नहीं है,
  • इसका उपयोग कर्मचारी या तो अतिरिक्त पैसे कमाने या अपने जुनून को पूरा करने, अपने कौशल में सुधार करने, अपने नेटवर्क का विस्तार करने और अधिक रोमांचक कैरियर के अवसरों को खोजने के लिए करते हैं।
  • कारखाना अधिनियम, 1948 के तहत दोहरे रोजगार पर प्रतिबंध है।
  • हालांकि, भारत भर के कई राज्यों में आईटी कंपनियों को इस नियम से छूट दी गई है।
  • भारतीय श्रम कानूनों में मूनलाइटिंग के संबंध में कोई विशेष क़ानून नहीं है।
  • टैक्स के नजरिए से अमेरिका और यूके में दोहरे रोजगार या अधिक रोजगार की तकनीकी रूप से अनुमति है।
  • अमेरिकी कर व्यवस्था स्व-मूल्यांकन और स्वैच्छिक रिपोर्टिंग के विचार के आधार पर कार्य करती है।

आगे की राह :

  • हालांकि इस संबंध मे केंद्र सरकार ने कर्मचारियों का बचाव किया है
  • इलेक्ट्रॉनिक्स, सूचना प्रौद्योगिकी और कौशल विकास राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मूनलाइटिंग को आज के  संदर्भ मे एक जरूरत बताया है
  • प्रौद्योगिकी पेशेवरों के बीच ‘मूनलाइटिंग’ के बढ़ते चलन ने उद्योग में एक नई बहस को जन्म दिया है.
  • मूनलाइटिंग के मुद्दे पर पेशेवर कर्मचारियों के नजरिये की सराहना की
  • हालांकि मंत्री ने यह जरूर कहा कि मूनलाइटिंग की वजह से कंपनी के साथ किए गए अनुबंध दायित्वों का उल्लंघन नहीं होना चाहिए.
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