सिविल सेवा परीक्षा के लिए राजव्यवस्था कैसे तैयार करें


सिविल सेवा परीक्षा के लिए राजव्यवस्था कैसे तैयार करें

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में भारतीय राजव्यवस्था मौलिक और महत्वपूर्ण विषयों में से एक है। यह हमें सभी स्थानीय घटनाओं से अवगत होने में मदद करता है और इस प्रकार व्यक्तियों में कर्तव्यों, अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता पैदा करने में मदद करता है। यह उन कुछ विषयों में से है जो सिविल सेवा परीक्षा के मूलभूत विषयों में से एक हैं । राजव्यवस्था न केवल प्रारंभिक परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि यह मुख्य परीक्षा के लिए भी अत्यधिक महत्व रखती है। इस प्रकार सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए राजव्यवस्था के सम्बन्ध में एक ठोस रणनीति की ज़रुरत है ।

तैयारी प्रक्रिया की शुरुआत के संबंध में सभी शंकाओं को दूर करने के लिए, हमने कुछ आसान लेकिन उपयोगी टिप्स दिए हैं और आपको यूपीएससी के लिए भारतीय राजव्यवस्था का अध्ययन करने में मदद करने के लिए पुस्तकों की एक सूची प्रस्तुत की है, जिसे आप अपने वांछित लक्ष्य को पूरा करने के लिए अपने अध्ययन की दिनचर्या में शामिल कर सकते हैं। .

पाठ्यक्रम का विश्लेषण :

रणनीति के बारे में चर्चा से पहले हमें प्रारंभिक और मुख्य दोनों के लिए राजव्यवस्था के पाठ्यक्रम के बारे में जानना होगा। इससे हमें परीक्षा के स्वरुप और इसकी आवश्यकताओं को समझने में मदद मिलेगी, बल्कि हमें सही रणनीति और सही दृष्टिकोण तैयार करने में भी मदद मिलेगी। पाठ्यक्रम के बारे में ज्ञान हमें उन अहम् बिंदुओं पर ध्यान केंद्रित करने और आगे किसी भी तरह के भटकाव को रोकने में मदद करता है। यह सलाह दी जाती है कि पाठ्यक्रम को कई बार अच्छी तरह से पढ़ें ताकि वह हमारे दिमाग में अच्छी तरह से बैठ जाए।

विगत वर्षों के प्रश्नपत्र :

पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र उम्मीदवारों के लिए मार्गदर्शक मानचित्र की तरह होते हैं जो उन्हें प्रश्नों की प्रकृति, पेपर की संरचना और विभिन्न प्रश्नों के कठिनाई स्तर को समझने में मदद करते हैं। हालांकि इस बात की सम्बहव्ना काफी कम है ये प्रश्न भविष्य में दोहराए जाएं लेकिन वे आपको परीक्षा के लिए एक रूपरेखा प्रदान करने में मदद करेंगे। इन प्रश्न पत्रों के माध्यम से विगत वर्षों के प्रश्न पत्र हल करके अपनी तैयारी का स्तर जानने में मदद मिलेगी। इन प्रश्नपत्रों के माध्यम से तैयारी में आ रही कमियों का आकलन करने में भी मदद हासिल होगी।

पुस्तकें और संसाधन:

आपकी तैयारी के लिए कुछ महान राजनीति और एनसीईआरटी पुस्तकों की सूची नीचे दी गई है:

  1. एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक (दसवीं कक्षा) – लोकतांत्रिक राजनीति II
  2. एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तक (कक्षा ग्यारहवीं) – भारतीय संविधान
  3. भारतीय राजव्यवस्था – लेखक एम लक्ष्मीकांत

एनसीईआरटी की किताबें आपको भारत में राजव्यवस्था के बुनियादी ज्ञान को इकट्ठा करने में मदद करेंगी।

और एक बार जब आप इन्हें पूरा कर लेते हैं, तो आपको लक्ष्मीकांत द्वारा लिखित भारतीय राजव्यवस्था का अध्ययन करना चाहिए। लक्ष्मीकांत द्वारा लिखित पुस्तक को सिविल सेवा अभ्यर्थियों के लिए बाइबिल का दर्ज़ा प्राप्त है।

यूपीएससी में भारतीय राजव्यवस्था के पाठ्यक्रम से जुड़े महत्वपूर्ण विषय:

  • भारत का संविधान- इतिहास, निर्माण और दर्शनसंघ और उसके क्षेत्र
  • नागरिकता
  • मौलिक अधिकार
  • मौलिक कर्तव्य
  • राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत
  • संविधान में संशोधन
  • केंद्र सरकार, कार्यपालिका और संसद
  • राज्य सरकार; राज्य कार्यकारिणी और राज्य विधानमंडल
  • केंद्र शासित प्रदेशों का प्रशासन
  • संघीय व्यवस्था
  • आपातकालीन प्रावधान
  • विशेष क्षेत्रों का प्रशासन
  • अंतर्राज्यीय संबंध
  • संवैधानिक निकाय
  • गैर-संवैधानिक निकाय
  • न्यायपालिका
  • एसटी, एसटी, अल्पसंख्यक, पिछड़ा वर्ग और एंग्लो-इंडियन के लिए किए गए विशेष प्रावधान
  • अधिकरण
  • पंचायती राज
  • अधिकार मुद्दे
  • शासन और सार्वजनिक नीति

परीक्षा के तीनों चरणों, यानी प्रारंभिक , मुख्य और साक्षात्कार में भारतीय राजव्यस्था का काफी महत्व है। यह विषय प्रकृति में अत्यधिक सैद्धांतिक है, लेकिन इसका अध्ययन भारत में किसी व्यक्ति के अधिकारों, कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूकता की बेहतर समझ तैयार करने में आपकी सहायता करेगा।

यह आपको लोकतान्त्रिक व्यवस्था में सरकार द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका को समझने में मदद करेगा।

तैयारी की रणनीति:

  • इस विषय की तैयारी हेतु एक बात समझना बेहद ज़रूरी है की इस विषय को रटने से ज़्यादा ज़रूरी है इसको समझना और इसका व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करना ताकि परीक्षा में आये हुए प्रश्नों को समझकर हल करने में को समस्या न आये ।
  • कई अभ्यर्थी इस विषय में गलत तरीके से इसे रटने का प्रयास करते हैं जो भविष्य में उनकी समझ विक्सित नहीं कर पाता और अंततः उन्हें असफलता का मुंह देखना पड़ता है।
  • इस विषय के अंतर्गत पूछे जाने वाले प्रश्न निश्चित रूप से कठिन कहे जा सकते हैं, लेकिन एक सही रणनीति का अनुसरण कर इसमें अच्छे अंक अर्जित किये जा सकते हैं ।
  • हम प्रश्नों को आसान, मध्यम और कठिन श्रेणी में वर्गीकृत कर सकते हैं।
  • राजव्यवस्था पर मानक पुस्तक को कम से कम एक बार अच्छी तरह से पढ़ने के अलावा, आपको नोट बनाने पर भी ध्यान केंद्रित करना चाहिए इसके अलावा आप अपने वरिष्ठों द्वारा प्रयोग में लाये गए राजव्यवस्था के नोटों का भी प्रयोग कर सकते हैं।

एकीकृत तैयारी:

  • परीक्षा में सफल होने के लिए एकीकृत तैयारी पर जोर दिया जाना चाहिए।
  • राजनीति एक ऐसा विषय है जिसे लगभग सभी पेपरों में एकीकृत किया जा सकता है चाहे वह जीएस पेपर हो या निबंध।
  • साथ ही प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा की तैयारी एक साथ की जानी चाहिए ताकि आप आसानी से अवधारणाओं को जोड़ सकें।
  • इसके अलावा स्टेटिक और डायनेमिक या करंट सेक्शन को भी इंटीग्रेट किया जाना चाहिए।
  • सिविल सेवा परीक्षा के बदलते पैटर्न के लिए सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों पहलुओं के समग्र ज्ञान की आवश्यकता होती है।
  • समाचार पत्रों का दैनिक पठन सुनिश्चित करें, और पिछले वर्षों के प्रारंभिक प्रश्नपत्रों को हल करें।
  • हमें उम्मीद है कि इससे भारतीय राजनीति का अध्ययन करने के बारे में आपके सभी संदेह दूर हो जाएंगे। यदि आपके पास स्पष्टता है और अवधारणाओं के मूल सिद्धांतों की स्पष्ट समझ है तो इस विषय में अच्छे अंक अर्जित करने में कोई समस्या नहीं होगी ।
Share:

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *