2 बार प्रीलिम्स में फेल इशिता किशोर कैसे बनी IAS टॉपर | Topper Ishita Kishore


2 बार प्रीलिम्स में फेल इशिता किशोर कैसे बनी IAS टॉपर

2 बार प्रीलिम्स में फेल इशिता किशोर कैसे बनी IAS टॉपर

कौन हैं इशिता किशोर

  • भारत देश की सबसे जानी मानी और प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा 2022 का परिणाम 23 मई 2023 को जारी किया गया .
  • इस बार के परिणामों की सबसे ख़ास बात रही कि इस बार के परिणामों में शीर्ष 4 स्थानों पर महिलाओं का दबदबा रहा .
  • इन 4 महिलाओं में पहला स्थान हासिल किया इशिता किशोर ने .
  • आज के इस अर्टिकल में हम जानेंगे इशिता किशोर और उनकी रणनीति के बारे में की कैसे उन्होंने इस परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया
  • इशिता किशोर का जन्म हैदराबाद में हुआ था . हालांकि उनकी पढ़ाई लिखाई  दिल्ली में रहकर हुई .

इशिता किशोर : पारिवारिक पृष्ठभूमि ,शिक्षा दीक्षा

  • उनके माता पिता पटना से सम्बंधित हैं .
  • जब वह 7 साल की थी तब उनके पिता का देहांत हो गया था उनके बाद उनका पूरा परिवार दिल्ली में शिफ्ट हो गया। और आगे की पढ़ाई यही से शुरू की।
  • शुरुआती पढाई के बाद इशिता ने अपनी स्नातक की  पढ़ाई श्री राम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स से अर्थशास्त्र में की .
  • कॉलेज की पढ़ाई पूरी होने के बाद  इन्होने 2 साल जॉब भी की। लेकिन बचपन से देश के लिए कुछ करने के जज्बे ने इन्हें नौकरी छोड़कर आईएएस की तैयारी करने की प्रेरणा दी .
  • हालांकि तैयारी का ये सफ़र इतना आसान नहीं था . राह में कई मुश्किलें आयीं .

IAS परीक्षा और असफलता

  • शुरुआती दो प्रयासों में इशिता प्रेलिम्स परीक्षा में ही फ़ैल हो गयीं . लेकिन इससे उनके हौसले में कोई कमी नहीं आयी .इशिता टूटी नहीं बल्कि उनका हौसला और मज़बूत हो गया .
  • अपनी मेहनत और लगन से तीसरे प्रयास में उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा में पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त किया .
  • इशिता ने बताया की इस परीक्षा में टॉप करना आसान नहीं था ख़ास तौर पर जब आप पहले दो प्रयासों में प्रेलिम्स भी न निकाल पाए हो .

असफलता से रैंक 1 का सफ़र

  • उनके मुताबिक ऐसा मुमकिन हुआ पढ़ाई की रणनीति में लगातार बदलाव करके . इस बार, उन्होंने  अपने नोट्स और अध्ययन सामग्री स्वयं बनाई।
  • इशिता ने अपनी तैयारी के दौरान मोक टेस्ट सीरीज , ऑनलाइन क्लासेज और मोक्  इंटरव्यू  को काफी तवज्जो दी .उनके मुताबिक तैयारी में व्यापक रणनीति के साथ साथ तैयारी  के सही स्रोतों का उपयोग करना महत्वपूर्ण है। तैयारी के दौरान वे एक दिन में 8-9 घंटे पढ़ती थी .
  • वैकल्पिक विषय के रूप में उन्होंने राजनीती विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध विषय का चयन किया .

तैयारी और सोशल मीडिया

  • इशिता को फुटबॉल से प्यार है, और वह खेलती है – उन्होंने वर्ष  2012 में सुब्रतो कप में भाग लिया था।
  • इशिता का कहना है की उन्होंने तैयारी के दौरान सोशल मीडिया से दूरी नहीं बनायी बल्कि इसे उन्होंने मनोरंजन के एक ज़रिये की तरह इस्तेमाल किया .
  • उनके हिसाब से परिवार और दोस्त जीवन में काफी अहमियत रखते हैं ।
  • खुद को दुनिया से अलग थलग रखना और समाज से कट जाना इशिता के हिसाब से ठीक नहीं है ।
  • क्योंकि एक बार परीक्षा ख़त्म  हो जाने के बाद, कोई भी ऐसा नहीं होगा जिसके साथ आप अपनी सफलता या असफलता साझा कर सकें।
  • इशिता कहती हैं की उनकी तैयारी के दौरान उन्होंने  खुद को सोशल मीडिया से अलग नहीं किया न ही  पारिवारिक समारोहों को दरकिनार किया। लेकिन उन्होंने अपना ज्यादा से ज्यादा वक़्त पढाई को दिया ।
  • इशिता कहती है -“मेरे असफल  प्रयासों ने मुझे यह सीखने में मदद की कि जीवन में हमेशा उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। मैंने अपनी गलतियों से सीखा और अपने तीसरे प्रयास में जानती थी कि क्या नहीं करना है,”

इंटरव्यू का अनुभव

  • साक्षात्कार के बारे में अपने अनुभव साझा करते हुए इशिता कहती हैं की उनका  पसंदीदा सवाल  था ‘आप प्रशासन में खेलों का उपयोग कैसे कर सकते हैं?’ इशिता ने कहा की  सिविल सेवक अलग-अलग काम नहीं करते, बल्कि टीमों में काम करते हैं, .
  • ये टीम  भावना हमें खेल सिखाते हैं । दूसरी बात, आप खेलों में सफलता और असफलताओं को स्वीकार करना सीखते हैं। यह आपको कभी हिम्मत न हारने और लगातार अपने लक्ष्य को हासिल करने की भी प्रेरणा देते हैं .

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